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Gallantry Awards: गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर केंद्र सरकार ने मंगलवार को विभिन्न केंद्रीय और राज्य पुलिस बलों के कर्मियों के लिए वीरता के लिए 189 सहित कुल 939 सेवा पदकों की घोषणा की. गृह मंत्रालय की ओर से जारी वीरता पदक की सूची में उन कर्मियों के नाम शामिल हैं जिन्हें वीरता के लिए पुलिस पदक, विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक और मेधावी सेवा के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है.
सेना के 6 जवानों को शांतिकाल के तीसरे सबसे बड़े सम्मान शौर्य चक्र से नवाजा गया है. पांच जवानों को यह सम्मान मरणोपरांत मिला है. 17 मद्रास के नायब सूबेदार श्रीजीत एम को जुलाई 2021 में जम्मू-कश्मीर में तलाशी अभियान के दौरान एक ऑपरेशन में एक आतंकवादी को मारने के लिए शौर्य चक्र (मरणोपरांत) से सम्मानित किया गया.
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Six Army personnel awarded the Shaurya Chakra- third highest peacetime gallantry award, including five posthumous.#RepublicDay
— ANI (@ANI) January 25, 2022
वहीं भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के अठारह कर्मियों को गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर वीरता पदक सहित विभिन्न पुलिस सेवा पदकों से नवाजा गया है. तीन कर्मियों को वीरता के लिए पुलिस पदक (पीएमजी) से सम्मानित किया गया है. तीन को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक और 12 को सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है.
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र में फरवरी, 2018 में एक भीषण मुठभेड़ के दौरान माओवादियों का मुकाबला करने के लिए सहायक कमांडेंट अशोक कुमार, निरीक्षक सुरेश लाल और नीला सिंह की टीम को पीएमजी दिया गया है. इस अभियान में दो वांछित माओवादी मारे गये थे और इस दौरान भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया गया था.
विशिष्ट सेवा पदक पाने वालों में उप महानिरीक्षक (डीआईजी) अजय पाल सिंह हैं, जो 1990 में एक अधिकारी के रूप में इसमें शामिल हुए थे. सिंह वर्तमान में उत्तराखंड के मसूरी में आईटीबीपी अधिकारियों की प्रशिक्षण अकादमी में तैनात हैं.
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उन्होंने आईटीबीपी की विभिन्न प्रशिक्षण इकाइयों के अलावा अरुणाचल प्रदेश, लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के साथ-साथ जम्मू कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों सेवाएं दी है. डीआईजी रमाकांत शर्मा और जी. सी. उपाध्याय को भी विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया है.
सबसे ज्यादा 115 वीरता पदक जम्मू-कश्मीर पुलिस को दिए गए हैं. वहीं, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को 30, छत्तीसगढ़ पुलिस को दस, ओडिशा पुलिस को नौ और महाराष्ट्र पुलिस को सात पदक हासिल हुए हैं. इसी तरह, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) को तीन-तीन, जबकि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को दो वीरता पदक मिले हैं. 88 जवानों को विशिष्ट सेवा पदक और 662 जवानों को सराहनीय सेवा पदक से नवाजा गया है.
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