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नीति आयोग ने पहली बार राज्य ऊर्जा और जलवायु इंडेक्स ( State Energy & Climate Index) जारी किया है. इसमें स्वच्छ ऊर्जा देने के आधार को राज्यों की रैंकिंग की गई है. रैंकिंग के लिए छह पैमानों को आधार बनाया गया है.
नीति आयोग की ओर से जारी ऊर्जा इंडेक्स में बड़े राज्यों की सूची में गुजरात को पहला स्थान प्राप्त हुआ है. गुजरात का कुल स्कोर 50.1 रहा है और उसे राज्य बिजली वितरण कंपनियों के प्रदर्शन और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में नए नए प्रयोग करने के लिए टॉप रैंकिंग हासिल हुई है. 20 बड़े राज्यों में गुजरात के बाद केरल और फिर पंजाब को स्थान मिला है.
निचले स्थान पर रहा छत्तीसगढ़
बड़े राज्यों में सबसे निचला स्थान छत्तीसगढ़ का रहा जिसे 20वां स्थान मिला और उसका स्कोर 31.7 रहा. छत्तीसगढ़ के अलावा मध्य प्रदेश, झारखंड और राजस्थान सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले राज्यों की सूची में शामिल हैं. वहीं सुधार की दृष्टि से सबसे अच्छा प्रदर्शन हिमाचल प्रदेश ने किया है.
इंडेक्स में अगर छोटे राज्यों की बात करें तो गोवा को सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला राज्य घोषित किया गया है. त्रिपुरा दूसरे स्थान पर जबकि मणिपुर को तीसरा स्थान मिला है. केंद्र शासित प्रदेशों के मामले में चंडीगढ़ को पहला जबकि दिल्ली को दूसरा स्थान मिला है.
भारत है दुनिया का सबसे बड़ा उर्जा उपभोक्ता
रिपोर्ट जारी करते हुए नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा कि भारत दुनिया में ऊर्जा का तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता और तेल आयातक है. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री का विजन 2047 तक भारत की स्वतंत्रता के 100 साल पूरे होने पर भारत को ऊर्जा और तेल आयात के मामले में आत्मनिर्भर बनाने का है.
अमिताभ कांत ने कहा कि इसके लिए राज्यों में अनुकूल वातावरण की जरूरत है और आयोग की ओर से जारी इंडेक्स इसके लिए राज्यों को प्रेरित भी करेगा और मार्गदर्शन भी देगा. राज्यों की रैंकिंग के लिए राज्य वितरण कंपनियों के प्रदर्शन, ऊर्जा की विश्वसनीयता और सामर्थ्य ऊर्जा के क्षेत्र में नए-नए प्रयोग और ऊर्जा की क्षमता जैसे छह पैमानों को आधार बनाया है.
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